दिव्यांग खिलाड़ी महेश नेहरा की जिसका चयन महाराणा प्रताप अवार्ड के लिए किया गया है। अवार्ड के तहत नेहरा को एक लाख रुपए का चेक दिया जाएगा।
एेसा भी समय था जब खेल प्रतियोगिता में पहुंचने के लिए जेब में बस का किराया भी नहीं था, लेकिन अब उसी खेल की बदौलत जेब में एक लाख रुपए आएंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं दिव्यांग खिलाड़ी महेश नेहरा की जिसका चयन महाराणा प्रताप अवार्ड के लिए किया गया है। अवार्ड के तहत नेहरा को एक लाख रुपए का चेक दिया जाएगा। जो कि, 29 अगस्त को खेल दिवस पर मंत्री गजेंद्र खींवसर सौपेंगे। जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से खिलाडि़यों को महाराणा प्रताप अवार्ड देने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत 378 खिलाडि़यों की दो बार हुई छंटनी के बाद 34 लोगों को शामिल किया गया है। मौल्यासी के महेश नेहरा का नाम भी अवार्ड के लिए घोषित किया गया है। नेहरा को यह अवार्ड 2013-14 में उसके पैरा एथलीट में बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए दिया जा रहा है। इससे पहले भी नेहरा कई प्रतियोगिताओं में जीत का डंका बजा चुके है। दिव्यांग खिलाडिय़ों को तराशने के लिए नेहरा ने एक मुहिम छेड रखी है। इसके तहत अब तक वह 15 से अधिक दिव्यांग खिलाडिय़ों को पदक जितवा चुके है। उनका कहना है कि यदि व्यक्ति के मन में कुछ करने का जज्बा हो तो मुसीबत खुद राह से हट जाती है।
खिलाडि़यों पर खर्च करूंगा सारा पैसा
अवार्ड पाने वाले महेश का कहना है कि अवार्ड की राशि को खिलाडि़यों पर ही खर्च करूंगा। क्योंकि मेरे पास अभ्यास करने के लिए कई खिलाड़ी आते हैं। उनमें ज्यादातर की आर्थिक स्थिति कमजोर है।
इन रुपयों से उनके लिए खेल सामग्री व खेल मैदान की व्यवस्था की जाएगी। कई खिलाडिय़ों को प्रतियोगिताओं में शामिल होनेे के लिए वह टिकट सहित अन्य खर्चे खुद उठाते है।
सहयोग से मिले थे टिकट के पैसे
खिलाड़ी महेश नेहरा का चयन श्रीलंका में आयोजित होने वाली इंटरनेशनल चैंपियनशिप के लिए किया गया था। लेकिन, वहां तक पहुंचने के लिए जेब में कुछ भी नहीं थी।
बाद में प्रबुद्ध लोग आए और पैसों की व्यवस्था कर नेहरा को खेलने के लिए श्रीलंका भिजवाया। इस दौरान पत्रिका ने उनकी समस्या को उजागर किया था। इसके बाद लोगों ने चंदा एकत्रित कर पैसे दिए।
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